मोमल : डायरी की गहराई - 24

देर रात हो चुकी थी। जिस तरह आसमान तारों से जगमगा रहा था उसी तरह से शहर भी रंग-बिरंगे बत्तियों से जगमगा रहा था। रात हो या दिन कोई भी समय हो अस्पताल में हमेशा चहल-पहल रहती है। सब अपने-अपने कामों में व्यस्त थे। नर्स, डॉक्टर सब अपने अपने पेशेंट को संभाल रहे थे। मोमल डिनर कर के अब्राहम के बाज़ू में सर रख कर आराम से सो रही थी। अब्राहम ने अंकल हैरी को फोन करके बता दिया था की सिमोन इस अस्पताल में है। वह आ जाए उसके पास तो अच्छा रहेगा।उसे सिमोन पर शक हो रहा था