ज़ेबा तो उस जल्दबाजी में भूल ही गयी थी के बादल भी उसका इंतजार करते हुए खिडकी पर बैठा था, बहोत इंतजार करने के बाद बादल भी उठकर घर के भीतर चल दिया. ज़ेबा ने फिर अम्मी के साथ बैठकर खाना खाया और वह फिर से अपने कमरे के भीतर दाखिल हुई तब उसे याद आया की बादल उसका इंतजार कर रहा था, वह बड़ी ही फूर्ती से खिड़की की ओर लपकी लेकिन बादल तो पहले ही वहाँ से जा चूका था. फिर वह बादल के बारे में सोचने लगी, आज जेबा उम्र के जीस पड़ाव पर थी