हीर... - 34

राजीव एक जिम्मेदार और समझदार इंसान था और वो कहीं ना कहीं ये बात बहुत पहले ही समझ चुका था कि अंकिता उसे धोखा दे चुकी है लेकिन किसी भी बात को समझना और उसे स्वीकार करना... दो अलग अलग चीजें होती हैं बस इसीलिये सब कुछ अपनी आंखों के सामने होता देखने और अंकिता की रूड बातों को खुद अपने कानों से सुनने के बाद भी राजीव का दिल अक्सर उसे कहीं ना कहीं ये महसूस कराता रहता था कि... "शायद हमारे बीच सब ठीक हो जाये, मैंने कभी किसी भी लड़की के साथ गलत नहीं किया तो भगवान