चारू जब राजीव के कमरे में उसे जगाने के लिये पंहुची तब उसने देखा कि राजीव पेट के बल एक करवट लेटे गहरी नींद में सो रहा है, उसे ऐसे चैन से सोते देख चारू मुस्कुराने लगी और बिस्तर के दूसरी साइड करवट लेकर लेटे राजीव के पास कुर्सी डालकर बैठ गयी और इस बात से बेखबर होकर कि कोई उसके पास आकर बैठा है... चैन से सो रहे राजीव को मुस्कुराते हुये देखने लगी और सोचने लगी कि "परसों रात तुझे उस हालत में रोते देखने के बाद तुझे जगाने का मन नहीं कर रहा यार, तुझे अपने घर