हीर... - 23

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राजीव के महज़ फोन रिसीव ना करने की वजह से चारू इतनी जादा परेशान हो गयी कि वो उससे मिलने के लिये दिल्ली तक चली आयी लेकिन उसे इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि आज उसने कितना बड़ा काम कर दिया था, आज अगर वो सही समय पर दिल्ली आकर राजीव को ना संभालती तो भगवान जाने क्या अनर्थ हो जाता... मधु और अवध से बात करने के बाद अब जाकर कहीं राजीव के मन को भी सुकून मिल रहा था, थोड़ा नॉर्मल होने के बाद राजीव ने चारू से कहा- तू अकेले क्यों आयी चारू... बाबू जी