अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 53

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जहां एक तरफ मैत्री खुशी खुशी अपनी दोनो भाभियो के साथ रसोई मे खाना बनाने चली गयी थी वहीं दूसरी तरफ जतिन नाश्ता करके अपने मम्मी पापा के साथ लखनऊ के लिये निकल चुका था, कानपुर से निकल कर रास्ते मे पड़ने वाले उन्नाव शहर को पार करने के बाद जैसे ही जतिन ने लखनऊ बॉर्डर पर "लखनऊ नगर मे आपका स्वागत है" लिखा बोर्ड देखा वैसे ही उसका मन मैत्री से मिलने के लिये और जादा बेचैन हो उठा, वो कार चला तो रहा था पर उसका ध्यान सड़क पर कम मैत्री की तरफ जादा था... जतिन मैत्री से