अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 48

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हंसी खुशी दो दिन बीतने के बाद यानि चौथी के दिन पहले से तय कार्यक्रम के हिसाब से राजेश, सुनील, नेहा और सुरभि पग फेरे कराने के लिये मैत्री को लेने कानपुर उसकी ससुराल आ गये, आज चूंकि मैत्री को लखनऊ जाना था और मेहमान आ रहे थे इसलिये जतिन भी ऑफिस नही गया था...घर मे आने के बाद जहां एक तरफ राजेश समेत सभी मेहमानो ने बबिता और विजय के पैर छूकर आशीर्वाद लिया वहीं दूसरी तरफ बबिता, विजय और जतिन ने भी बहुत ही हर्षित तरीके से सारे मेहमानो का स्वागत किया.... मेहमानो के घर मे आने के