हीर... - 17

  • 765
  • 315

अपने पापा अजय के वहां से जाने के बाद अब सारी जिम्मेदारी चारू की थी... अब अकेले उसको ही ये डिसाइड करना था कि वो ऐसा कौन सा तरीका अपनाये जिससे राजीव जल्दी से जल्दी होश में आ जाये और फिर चारू उसकी बात उसकी मम्मी से करवाकर उन्हें ये भरोसा दिला पाये कि राजीव बिल्कुल ठीक है!!अजय के वहां से जाने के बाद अभी भी अपनी आंखों में आंसू भरकर सुबक रही चारू अपनी जगह पर खड़ी होकर दो मिनट तक बस यही सोचती रही कि वो ऐसा क्या करे कि राजीव को होश आ जाये, यही बात सोचते