इश्क दा मारा - 16

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मेहमानो को देख कर गीतिका के डैड उसके भाई से बोलते हैं, "अभी किसी से कुछ भी मत कहना, मैं किसी के सामने कोई तमाशा नही चाहता हूं"।तब गीतिका का भाई बोलता है, "ओके डैड"।उधर राजीव अपने डैड से बोलता है, "वाह डैड आपने तो कमाल ही कर दिया, क्या झूठी कहानी सुनाई है आपने उन्हे"।तब MLA साहब बोलते हैं, "देखो राजीव आज तो मैने सब कुछ संभाल लिया है, मगर जरुरी नहीं है कि हर बार मै सब कुछ संभाल लू, इसलिए अब तुम भी थोड़े जिम्मेदार बनो और इस तरह की गिरी हुई हरकत छोड़ दो "।तब राजीव