अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 21

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बबिता के गुस्से से पैर पटकते हुये अपने कमरे में जाने के बाद ज्योति भी जतिन के कमरे में जाने लगी लेकिन विजय.. जतिन की चिंता मन मे लिये अपनी जगह पर ही बैठे बैठे बबिता को ऐसे गुस्से से वहां से जाते हुये देखते रह गये... इधर जतिन के कमरे मे जाने के बाद ज्योति ने देखा कि जतिन अपने कमरे मे आ तो गया था लेकिन ना तो वो बिस्तर पर अभी तक लेटा था और ना ही उसने बेड की बैक पर टेक ले रखी थी, वो अपने पैर लटका कर अपना सिर झुकाये अपने बिस्तर पर