रमा घर का सारा काम निपटा कर कमरे में सोने आई। रोहित पहले ही आ चुका था, और लेटे-लेटे कब उसकी, आँख लग गई पता ही नहीं चला। रमा भी सोने ही वाली थी, कि अचानक उसका का फोन बजा। रात के 10.30 बजे को कौन कर सकता है, इसी असमंजस में रामा ने फोन उठाया। फोन किसी नये नंबर से आया था। बात करें या नहीं, इसी उधेड़बुन में थी कि, रोहित नींद में ही कहता है-" बात कर लो, क्यूँ मेरी नींद खराब कर रही हो।"रमा ने फोन उठाया। उधर से -"माँ", कह के किसी ने पुकारा। रामा