संदीप और कन्या अपने गृहस्थी जीवन बड़े खुश रहते हैं , बेबे को संदीप के बात कहें याद आती है कि वो बच्चे गोद ले लेगा ,, फिर सोचती है संदीप शादी करके भी वो कुंवारा ही रह जाएगा ,क्या संदीप और कन्या पति-पत्नी धर्म से वंचित रहेगा .... डॉक्टर से अपोइंटमेट का दिन आता है .."आज सुबह से सभी काम जल्दी होता है फिर संदीप ऑफिस के जाने के बाद कन्या पापाजी और बेबे को लेकर हॉस्पिटल जाती है .... हॉस्पिटल में... डॉक्टर के केबिन से निकलते हैं तीनों बेबे पापाजी के मेडिसिन वाली पर्ची रखी रहती है तो