मुम्बई - पार्ट 1

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मुंबई ... अखिर क्या व्याख्या है हमारे मुंबई की। मेरे मुंबई को यू तो सपनों की नगरी से जाना जाता है। ये नगरी में इंसान कभी भूखा नहीं रहेगा लेकिन रहने को छत नहीं है।यहां की मानो बाकी शहरों के मुकाबले कुछ ज्यादा ही तेजी से चलती है।आज मे बताती हु आपको मेरी कहानी....मेरा अब तक का सफर...तो चलो चलते है ये सफर की ओर...।एक लड़की थी दीवानी सी, मुंबई नगरी पर वो मरा करती थी. उसे कुछ बनना था, अपना नाम बनना था, और उसे लगता था कि वो सब कुछ मुंबई जाके की पा सकती है।वो मे थी,