राम हिरन के पीछे चले गए।मारीच राम को जंगल मेदुर तक ले गया था।फिर उसने राम की आवाज में जोर से पुकारा थाहै सीतेहै लक्ष्मणउस आवाज को सुनकर सीता,लक्ष्मण से बोली,"लगता है तुम्हारे भाई मुसीबत में है"भाभी भैया पर मुसीबत आ ही नही सकती"लक्ष्मण मेरा दिल कह रहा है राम पर कोई संकट हैराम,लक्ष्मण से कहकर गए थे कि सीता को अकेली मत छोड़ना लेकिन सीता के धिक्कारने और आज्ञा देने के बाद लक्ष्मण क्या करते।वह जाने को तैयार हो गए।लेकिन बोले,"भाभी मैं जा तो रहा हूँ लेकिन आप कुटिया से बाहर मत निकलनाअब यहाँ सवाल दूसरा उठता है।जनश्रुति है