इससे पहले कि इशिता कुछ कहती, विश्वजीत ने सामने लगे शीशे से ब्रश उठाया, उस पर टूथपेस्ट लगाया और इशिता के मुँह में डाल दिया। इशिता उससे बहस नहीं करना चाहती थी इसलिए वह चुपचाप ब्रश करने लगी। विश्वजीत उसे घूर रहा था, तभी उसने जल्दी से अपने दाँत साफ कर लिये। फिर वह विश्वजीत को देखने लगी. तो विश्वजीत ने उसे चिड़ाते हुए कहा, क्या? अब तुम चाहती हो कि मैं फिर से तुम्हे उठाऊं? Oh no इषिता तुम बहुत भारी हो। ओर सुबह सुबह मुझे इतनी भारी चीजे उठाने की आदत नही हे कहकर विश्वजीत हसने लगता हे।पोकेटनोवलcrazy lover