"मैं अभी सफ़र के लिए अपने कपड़े और सफ़र में काम आने वाला दूसरा सामान पैक करके अपने घर से लेकर आपकी कोठी पर आता हूं।" आदित्य कहता है "यहां से भगाने के नए-नए बहाने मत ढूंढ लड़के तेरे कपड़े सब कुछ ही कुछ देर में यहां पहुंच जाएगा, अब जब तक तेरी मेरी शादी नहीं हो जाती तब तक तू यही रहेगा मेरी आलीशान कोठी में।" रूपाली उर्फ छोटी मां कहती है आदित्य समझ जाता है रुपाली उर्फ छोटी मां रणविजय ने मुझे कैद कर लिया है, अब मुझे अपना अंत करीब नज़र आ रहा है, परमात्मा मेरी आखिरी