प्रेम विवाह - भाग 2

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जैसे ही मधु की मूर्ति दोनों से बात करने लगती है, तो शिवम घबराकर आदित्य के कमरे से निकलकर बाहर भागने लगता है इंदु मधु की मूर्ति के अंदर प्रवेश करके मूर्ति के चेहरे के होंठ हिलाकर कहती है कि "मुझसे बिल्कुल भी मत डरो मैं तुम्हारी बचपन की दोस्त इंदु हूं, मैं मरने के बाद भी तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाऊंगी।" मधु की मूर्ति के द्वारा आदित्य और शिवम से इंदु की आत्म बात करके उनके दिल से अपनी आत्मा का खौफ निकाल देती है, इसके बाद दोनों दोस्त शिवम और आदित्य अपनी बचपन की दोस्त इंदु से उसकी