सुख की खोज - भाग - 1

  • 5.9k
  • 1
  • 2.8k

स्वर्णा एक बहुत धनाढ्य परिवार में जन्मी बेहद खूबसूरत काया की धनी थी। भगवान भी किसी-किसी पर अपने आशीर्वाद की बारिश कुछ ज़्यादा ही कर देते हैं। सुंदरता ऐसी कि किसी की भी नज़र पड़ जाए तो जहाँ वह हो वहीं क़ैद हो जाए। परिवार भी उतना ही संपन्न जहाँ कोई कमी नहीं थी। घर में भरपूर लाड़ प्यार से पली स्वर्णा पढ़ाई के लिए शहर से दूर होस्टल भेज दी गई, जहाँ बड़े-बड़े रईस घर के बच्चे पढ़ने जाते हैं। बच्चों को वहाँ भेज कर पढ़ाना मध्यम वर्ग के परिवार के लिए तो शक्ति से बाहर की बात थी।