कहते है अगर रास्ते मे कोई प्रेत हो । तो वहा से निकलते वक्त भूल से भी ये नहीं कहेना चाहिए की चलो या फिर मेरे साथ चलो । चाहे आपके सामने आपका कोई चाहीता व्यक्ति ही क्यू ना हो । और दुशरी बात उस रास्ते पे पड़ी या फिर मिली किसी वस्तु को घर नहीं ला ना चाहिए । क्युकी ऐशा करने से उस प्रेत को ऐशा लगता है की आप उसे अपने साथ आनेका नियोंता दे रहे हो । जाने से या अनजाने से कोई फर्क नहीं पड़ता । आगे आपने देखा की कैसे सब बाराती