डोली अरमानों की - भाग 2

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कहते  है  अगर  रास्ते  मे  कोई  प्रेत  हो ।  तो  वहा से  निकलते  वक्त  भूल से  भी  ये  नहीं  कहेना  चाहिए  की  चलो  या  फिर  मेरे  साथ  चलो  ।  चाहे  आपके  सामने  आपका  कोई  चाहीता व्यक्ति  ही  क्यू  ना हो । और  दुशरी  बात  उस  रास्ते  पे  पड़ी  या  फिर  मिली  किसी  वस्तु  को  घर  नहीं  ला  ना  चाहिए  ।    क्युकी  ऐशा  करने  से  उस  प्रेत  को  ऐशा  लगता  है  की  आप  उसे  अपने  साथ  आनेका  नियोंता  दे  रहे  हो ।  जाने  से  या  अनजाने  से  कोई  फर्क  नहीं  पड़ता  ।    आगे  आपने  देखा की  कैसे सब  बाराती