रेलवे स्टेशन पर आ कर मैने सबसे पहले गाड़ियों की सूची देखी। देख कर पता लगा कि प्रयाग राज जाने वाली गाड़ी शाम के छह बजे जायेगी, थोड़ी भूख भी लग चुकी है लेकिन मैंने अपने कोट की अंदरूनी जेब में देखा तो चार सौ रूपये देख कर थोड़ी राहत की शवांस ली और और स्टेशन पर लगे एक स्टॉल पर आ कर एक कप चाय पी और एक अपरिचित व्यक्ति से पूछा,, भाई साहब प्रयाग राज जानें वाली ट्रेन कौन से प्लेट फार्म पर आयेगी,,।,, नंबर तीन पर,,। उसके कहते ही मुझे याद आया, हां चार्ट पर भी यही