ज़िंदगी संयोगों का ही नाम है। जब राजा ने ये सुना कि नंदिनी नाम की इस लड़की की शादी बचपन में ही जिस लड़के से तय हुई थी वह अब उससे शादी नहीं करना चाहता। राजा को इसमें कुछ भी आश्चर्यजनक बात नहीं लगी। कितने ही लड़के ऐसा करते हैं और अब तो लड़कियां भी ऐसा करती हैं। जो लड़कियां पढ़ लिख जाती हैं वो अपना भला- बुरा भी समझने लग जाती हैं और फिर यदि उन्हें उनके घर वालों के द्वारा लिए गए निर्णय में कोई कमी या खोट नज़र आता है तो वो उनकी बात मानने से इंकार