क्या तुमने - भाग - ७  

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बसंती के शरीर से बहते खून को देखकर सभी चिंतित हो गए और वे तुरंत ही उसे अस्पताल ले गए, जहाँ पता चला कि वह गर्भ से थी। ज़्यादा समय नहीं हुआ था लेकिन मोहन की बेरहमी ने कोख में पलते शिशु की जान ले ली थी और सच पूछो तो यह एक हत्या ही थी जो मोहन ने की थी।  सखाराम ने बसंती के मां-बाप के सामने रोते हुए उनसे गिड़गिड़ा कर माफी मांगते हुए कहा, “हमें नहीं मालूम था कि मोहन ऐसा करेगा।” उन्होंने सारी सच्चाई बसंती के मां-बाप को बता दी और उन्हें आश्वासन देते हुए कहा,