Chapter 1: आत्माओं का सायाअंधेरी रात की गहराइयों में, एक पुरानी हवेली खड़ी थी, जिसका चेहरा रात के अंधेरे में और भी खौफनाक लगता था। हवेली के सामने एक खौफनाक नीम का पेड़ था, जिसके पत्ते आतिशकायी लाल रंग के थे, जैसे कि वह किसी भूतों की भटकती रूहों का असर था। हवेली के हर कोने एक राज छुपा रहा था, जिसके अंदर की कहानी कोई सुनाता ही नहीं था।इस हवेली में रहने वाला अमर, एक अलूफ़ और रहस्यमय आदमी था। वह हमेशा अकेला रहता था और लोगों से दूर भागता था। उसकी आँखों में डर और उदासी का आलम