हिंदी की श्रृंगार सतसईयां - हिंदी की श्रृंगार सतसईयों में बिहारी सतसई, मतिराम सतसई,निधि सतसई, राम सतसई और विक्रम सतसई की गणना होती है। डॉ हजारी प्रसाद द्विवेदी ने अपने हिंदी साहित्य में बिहारी सतसई से ही हिंदी की श्रृंगार परंपरा का प्रारंभ माना है कुछ विद्वानों का कहना है कि भले ही मतिराम सतसई के ग्रंथ का आकार बाद में किंतु बिहारी सतसई के आरंभ होने और समाप्त होने से पूर्व ही मतिराम अपनी सतसई के अधिकांश दोहों की रचना कर चुके थे ।मति राम के दोहों को सतसई का रूप बाद में प्राप्त होने से बिहारी सतसई को