अब तक आपने पढा सामर्थ्य मैत्री के कमरे आकर उसका सिर सहलाने लगता है किसी के स्पर्श से मैत्री चिहुक उठी अपने बराबर में सामर्थ्य को देख मुहँ फ़ेर दिया l अब आगे....! बच्चा कैसे हो आप? मुझे माफ़ कर दो इतने दिन तुमसे दूर रहा l अब नहीं जाऊगा छुटकी प्यार से उसका सिर सहला दिया l पक्का ना भाई अब तो आप नहीं जाओगे ना मासूमियत से मैत्री बोली l जाकर सीधा सामर्थ्य के गले लग बिलख पडी l नहीं नहीं छुटकी रोते नहीं उसका सिर पर थपकी देने लगा l अपनी बहन को ऐसे रोते देख सामर्थ्य