बस हमें छोड़कर जा रहा था...बस को जाता देख कर चैत्रा और मैं उस बस में चढ़ने के लिए दौड़े लेकिन वह तेजी से चल रहा था हम बस में चढ़ नहीं पाए और बस काफी दूर निकल गया।चैत्रा- अब क्या करें रोहन- रुको मुझे सोचने दो तभी मेरे दोस्त घसीटा का फोन आया "कहां पर हो यार तुम लोग ! हम कब से तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं?रोहन- अरे यार हम करलाई के जंगल से बहुत दूर आ गए हैं तुम लोग बुलेट पर है तो तुम ही यहा आ जाओ देखते हैं यहां वह दुर्लभ फूल मिलता है