रात का वक्त , रघुवंशी मेंशनराघव ऑफिस से आ चुका था । इस वक्त वो अपने कमरे में किसी से फोन पर बात कर रहा था । इसी बीच किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी । दरवाजा खुला हुआ था । राघव ने पलटकर देखा तो बाहर सुरेश खडा था । राघव ने हाथों के इशारे से उसे अंदर आने के लिए कहा । सुरेश अंदर आया और सिर झुकाकर धीरे से बोला ' भैया आपको बडी मालकिन खाने के लिए नीचे बुला रही हैं । " राघव ने हां में सिर हिलाया और उसे हाथों के इशारे से जाने