सात फेरे हम तेरे - भाग 94

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दादा और दादी तैयार हो गए। विक्की ने कहा चलो जल्दी नीचे सब मेहमान रिश्तेदार आ गए हैं।नैना एक साड़ी पहनी थी।दादी मां और दादाजी ने विक्की और नैना को पास बुलाया और कहा कि तुम दोनों ही मेरे जीवन के एक मात्र सहारा हो।मैं चाहता हूं कि तुम दोनों अपने अपने अहम छोड़ कर मेरी एक इच्छा पुरी करो।।विक्की के अफसर और फौजी भाई भी आएं थे।विक्की ने अपने हाथ से एक बड़ा सा केक लेकर आया। दादी मां और दादाजी ने एक साथ केक काटा और नैना और विक्की को खिलाया। दादी मां रोने लगी और फिर बोली