अगले तीन दिन शहर के लिए खौफ भरे थे....चांदनी चौक से लेकर बसन्त बिहार तक हर इलाके में लोगो की निर्ममता के साथ हत्याएं होती चली जा रही थी। पुलिस के साथ इन तीन दिनों में इस वैम्पायर की कई मुठभेड़ हुई पर इसका अंजाम कई पुलिस वालों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। यह खूनी वैम्पायर दिन प्रतिदिन और अधिक शक्तिशाली एवं भयंकर होता चला जा रहा था, डर के मारे लोगो ने घरों से निकलना ही बंद कर दिया था। इंस्पेक्टर हरजीत सिंह के नेतृत्व में अत्याधुनिक हथियारों से लैस एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया,