भाग 109 ऐसे एक महीना बीत गया। पुरवा की चुप्पी लगातार बढ़ती ही गई। दो बार पूर्वी दीवान को भी साथ लेकर आई कि हो सकता है उसके आने से पुरवा की ख़ामोशी टूटे। पर पूर्वी की ये कोशिश भी सफल नहीं हुई। वो विवान से भी विरक्त ही रही। तबियत में लगातार गिरावट आस रही थी। महेश के जिम्मे देश के बड़े नेता का केस आ गया था। पार्टी हाई कमान से वो नेता इस केस के जितने के बदले लोक सभा का टिकट दिलवा सकता था। इस लिए अपनी पूरी टीम और पवन को साथ ले कर महेश