इस जन्म के उस पार - 19

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( कहानी सो समझने के लिए आगे के भाग जरूर padhe)(वीर - ये अयंशिका थोड़ी बेवकूफ नहीं है क्या.?उसके ऐसे कहने पर तीनो उसे बुरी तरह घूर ने लगते है तभी यस्वी , "बोल भी कौन रहा है खुद उल्लू का पठा किसी और को कह रहा है.!"वीर - तुमने मुझे उल्लू कहा। यस्वी ,"उपस.. नहीं नहीं उल्लू तो समझदार होते है तुम तो गधे हो. !"वीर कुछ कहता उससे पहले ही सूर्यांश इसे डांट के,"चुप भी हो जा.. अपनी ये बकवास बाद मे कर अभी देखने दे.!!")तीनो अयंशिका को ढूंढ़ते हुए अंदर आ जाते है जहाँ धर्म को