रज्जो और बिल्लू

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क़ाज़ी वाजिद की कहानी - बिछड़े दोस्त सड़क एकदम सूनसान थी। पिछली रात के हुए हादसे से सारा वातावरण सहमा हुआ था। लग रहा था, आतंक और भय हवा में घुला हुआ है। एक बड़े नेता की उसके सुरक्षा कर्मियों ने हत्या कर दी थी। उसके बाद मारकाट का वो तांडव शुरू हुआ जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया था। जगह-जगह पर जले हुए टायरों, टूटी हुई बोतलों के टुकड़े और पत्थर पड़े थे। कुछ दुकानें, जो लूट ली गई थी, उनका टूटा हुआ सामान और फर्नीचर जला पड़ा हुआ था। ऐसा लग रहा था मानो अभी कुछ समय पहले