Part 62: Vanshika ki sacchai वंशिका पवन के लिए दवाई और खाना ले कर जाती है | वंशिका – पवन ! देखो मैं तुम्हारे लिए तुम्हारा favourite पालक पनीर बना के लायी हूँ, और साथ में गुलाब जामुन भी | अब जल्दी से उठो और खालो इसे, मैंने खुद बनाया है अपने हाँथो से ! पवन ( मुस्कुरा के ) – अरे वाह ! तुम्हे तो सब याद है वंशिका ! मेरी पसंद ना पसंद ! वंशिका – हाँ ! क्यूंकि याददाश्त तुम्हारी गयी थी मेरी नही ! दोनों जोर से हस्ते हैं | पवन – तुम भी ना अवनी