Part - 31 Bridge memories अवनी और पवन उसी पुल पर वापस जाते है | ठंडी ठंडी हवाएं चल रही होती है, अवनी और पवन चलते चलते उसी वजीराबाद के पुल पर पहुँच जाते हैं, जहाँ वो पहली बार मिले होते हैं | दोनों एक दुसरे की तरफ देखके मुस्कुराते हैं | दोनों की यादें ताज़ा हो जाती हैं | अवनी – यकीन नही होता ना की एक साल बीत गया हमे एकसाथ | ( हस्ते हुए ) हम दोनों कितने पागल से थे ना | पवन – हम दोनों नही, सिर्फ तुम | पागल लड़की ! महारानी चली थी