माया जल्दी उठकर तैयार हो गई थी बार बार सागर का फोन भी आ रहा था।विक्की ने कहा अरे बाबा फोन तो उठा लो।माया ने कहा हां फुर्सत नहीं है क्या करूं।नैना ने कहा ओह दीदी आप भी ना कितना परेशान करोगी। विक्की ने कहा अरे बाबा अभी तक बिमल और अतुल नहीं आएं बाजार से।और महाराज तो आकर पुरिया तल रहे हैं।जलेबी, कचौड़ी, सब्जी सब नाश्ता बन गया है।नैना ने कहा हां ठीक है तुम खा लो।विक्की ने कहा मरना है क्या सब साथ साथ खाएंगे।नैना ने कहा हां मैं समझ सकती हुं भुख ।। फिर कुछ देर बाद