[ शिवाजी महाराज और जिनेवा सम्मेलन ] सन 1864 से पहले युद्ध बंदियों के साथ बहुत निर्ममता का सलूक किया जाता था। इस पर नियंत्रण रखने के लिए स्विट्जरलैंड के शहर जिनेवा में संसार के प्रमुख देशों के सम्मेलन होने शुरू हुए, जो सन् 1864 से 1949 तक बार-बार होते रहे। वर्तमान में भी ये सम्मेलन उसी जिनेवा में समय-समय पर होते रहते हैं, जिनमें युद्ध के नियमों पर एवं उन नियमों को तोड़ने वालों पर मशविरा किया जाता है। जिनेवा सम्मेलनों में लिये गए अंतरराष्ट्रीय निर्णयों का कड़ाई से पालन किया और करवाया जाता है, ताकि युद्ध की विभीषिका