विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 34

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विश्वास (भाग --34)सुबह टीना जल्दी उठ गयी थी। घर में काम करने वाले लोग कई थे। पर रसोई में ज्यादा- तर काम भुवन की माँ ही करती थी।सुबह टीना ने सबके लिए चाय बनायी। भुवन के पापा तो गुस्सा हो गए।टीना बिटिया तुझे कोई काम नहीं करना है, बस तुझे तो देखना है कि सब काम ठीक से हो रहा है या नहीं।"ठीक है अँकल जी वो भी देख लूँगी, पहले चाय पी कर बताओ आपकी बिटिया ने कैसी बनायी है"?चाय तो बहुत अच्छी बनी है बिटिया , क्यो शांता ? हाँ टीना बहुत अच्छी बनी है, बिल्कुल जैसे तुम्हारे