दर्द ए इश्क - 38

  • 4.6k
  • 2.3k

विक्रम सुबह गाना गुनगुनाते हुए बाल सवार रहा था । वह परफ्यूम को छिड़कते हुए आखिरी बार खुद को देखता है! और रुम से बाहर जाते हुए दरवाजा बंद करता है। वह जैसे ही हॉल से गुजरता है तो सुलतान सोफे पर बैठे हुए कुछ पेपर पढ़ रहा था... । वह सुलतान के पास जाते हुए कहता हैं । विकी: कैसा लग रहा हूं मैं!? । सुलतान: ( अजीब तरह से विकी की ओर देखते हुए ) क्या!? । विकी: बताओ ना यार कैसा लग रहा हूं!? । सुलतान: ( अजीब हावभाव के साथ ) जैसे रोज दिखते हो वैसे!