मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 27

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अगले दिन, 25 अप्रैलदिनेश सुबह तैयार होकर कॉलेज चला गया जब वापस आया तो देखा हैप्पी का मैसेज अभी भी नहीं आया वह अपनी तरफ से मैसेज करने लगा दिनेश- हैप्पी थक गया यार आज तो.. बहुत मुश्किल से रूम आ पाया लग रहा था आज तो.....हैप्पी- आपको पता है ना मैं बात नहीं करना चाहती हूं फिर क्यों मैसेज करते हैं दिनेश- क्यों नहीं करना चाहती हैप्पी- पता नहीं दिनेश- मैं तो करना चाहता हूं अपनी हैप्पी से हैप्पी- बाय दिनेश- ऐसा क्यों कर रहे हो आप.. प्लीज माफ भी कर दो हैप्पी- किस लिए दिनेश- आप नराज हो