इसी तरह से एक महीने गुजर गए।पर सबके लिए जैसे जिंदगी थम सी गई है। माया को हर पल निलेश का इंतजार है कि शायद कभी आएगा। उधर नैना भी निलेश का इन्तजार कर रहे थे।फिर एक शाम को डाक्टर अनिल माया के घर पहुंच गए। और उन्होंने कहा कि बहुत ही जरूरी बात करना है। माया भी बहुत आश्चर्य हो गई कि आखिर क्या बात करना है। तभी डाक्टर साहब बोले कि मुझे पता है कि निलेश कहा है? माया ये बात सुनकर बोल पड़ी कि अरे ये क्या बोल रहे हैं आप।। डाक्टर ने कहा अगर आज भी