मेरी अरुणी - 5

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अरुंधती की तेज चीख सुन कर सभी आ गए थे। घर के नौकरों ने उस पुतले को नीचे उतारा। पर यह साफ नहीं हुआ कि किसने अरुंधती को डराने के लिए ऐसा मजाक किया। उस रात रानी मां ने अरुंधती को अपने साथ सुलाया। मृणाल भी देर रात तक ऐसा करने वाले के बारे में ही सोचता रहा। उसके दिमाग में हर बार स्वर्णा का चेहरा घूम जाता, लेकिन कारण समझ नहीं आता।इस घटना के बाद अरुंधती गुमसुम हो गयी। पोट्रेट बनाते समय भी एक खामोशी उसके चारों तरफ रहती। मृणाल भी बहुत परेशान रहता। इन चंद दिनों में उसके