विश्वास (भाग --8)सरला जी के जाने के बाद दादी पोती की खामोशी से एक दूसरे से बातें करने लगी।अक्सर ऐसा ही होता था, जब टीना दुखी होती तो दादी चुप हो जाती थी क्योंकि वो जानती थी, अभी उसको कुछ कहना मतलब दुखी करना है।रोज की तरह ठीक समय पर नर्स टीना को सैशन के लिए लेने आ गयी। 45 मिनट का सैशन होता है पर आज टाइम ज्यादा लग रहा था। आज डॉ. साहब ने टीना को कुछ कसरत करने का तरीका बताया जो उसको अपने आप बैठे -बैठे करने की कोशिश करनी है, दिन में 2-3 बार।उसके बाद