सौगन्ध--भाग(३)

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नीलेन्द्र के तलवार निकालते ही वीरबहूटी ने अपने सैनिकों को आदेश दिया कि वें शीघ्रता से नीलेन्द्र को बंदी बना लें,सैनिकों ने वीरबहूटी के आदेश पर नीलेन्द्र को बंदी बना लिया और उसे बंदीगृह में डाल दिया,इस बात से नीलेन्द्र की क्रोध की सीमा का पार ना था,उसने मन में प्रण कर लिया था कि मैं अपने अपमान का प्रतिशोध लेकर रहूँगा,वो बंदीगृह में यही विचार बना रहा था और इधर वीरबहूटी ने अपनी पुत्री वसुन्धरा से ये कह दिया कि तुम्हारा पति अत्यधिक लालची प्रवृत्ति का है एवं उसने इस राज्य का उत्तराधिकारी बनने हेतु मेरी हत्या करने का