अब माहौल थोड़ा बदल गया था। दोनों लड़के कबीर और रोहन अब जैसे हीरो बन गए थे।छोटे साहब कुछ सहमे और बुझे बुझे से रहने लगे थे। अब उनका कबीर से अकेले में मिलना उतना नहीं हो पाता था क्योंकि वह और लड़कों से घिरा हुआ रहने लगा था।उड़ती उड़ती ख़बर ये भी आई थी कि तीनों ही प्रशिक्षक भी अपनी ओर से इस बात के लिए ज़ोर लगा रहे थे कि खिलाड़ियों के साथ कोच के रूप में जाने के लिए उन्हें चांस मिले। इतना तो तय था कि दोनों खिलाड़ी इस अकादमी से चुने जाने के कारण उनके