केतकी की सर्प दंश से हालत खराब हो गयी थी। संभवतः वायपर ने काटा था । वायपर जब काटता है तो विष के कारण रक्त अंदर टपकने लगता है और वह रक्त आमाशय मे एकत्रित हो जाता है । रोगी को उल्टी होती है और शरीर संज्ञाशुन्य हो जाता है । केतकी के उल्टी मे खून देखकर सब रोने लगे । डाक्टर ने कहा प्लीज आप बाहर जाइए , रोगी को न डराइए । रोगी अभी ठीक है जहर का असर होने लगा है । दवा आ चुकी थी, डाक्टर ने इंजेक्शन लगाया फिर कहा इससे जहर का असर कम