शाम का समयमन्नत हॉस्पिटलदमयंती का कुछ पेशेंट की पाइल्स में उलझी हुई थी तभी डॉ अमितेश उनके रूम में आते हैं ।डॉक्टर वर्तिका को जरा भी खबर नहीं होती वह अपने में ही इतनी खोई हुई थी कि उसे पता ही नहीं चलता कि डॉक्टर अमितेश उसके केबिन में ही खड़े हैं ।" डॉ. वर्तिका क्या आप फ्री हैं,,,, 7:00 बज रहे हैं,,,," डॉक्टर अमितेश की आवाज पर डॉक्टर वर्तिका को जैसे हो जाता है ।" जी डॉक्टर अमितेश बस यह थोड़ा सा काम खत्म हो जाए ,,,,," वर्तिका ने अपने हाथ में बंधी हुई घड़ी पर एक नजर डालते