रूपिका का घर..... शाम का समय....... वो नीली आंखो वाला लडका मुस्कुराते हुए रूपिका के पास आकर सोफे पर बैठ जाता है-: तेरा मेरा रिश्ता है कैसा,,,, एक पल दूर गवारा नहीं तेरे लिए हर रोज है, जीते तुझको दिया मेरा वक्त सभी,,,,,!!!! उस लड़के ने अपनी मदहोश आवाज में आगे की लाइन में रूपिका के चेहरे को देखते हुए कही । रूपिका के चेहरे पर चोट के निशान थे और सिर पर पट्टी बंधी हुई थी, जिस कारण रूपिका का चेहरा काफी जख्मी और घायल दिख रहा था । लडके नें अपना हाथ धीरे से रूपिका के चेहरे के