तमाचा - 12 (व्यस्तता)

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संध्या का समय विदा होकर रात्रि के आने की सूचना दे रहा था। सड़क पर गाड़ियों की कतारें ध्वनि प्रदूषण का अपना काम पूरी निष्ठा से कर रही थी। लोग अपने घरों की ओर जा रहे थे और चाट व रेस्टोरेंट वाले अपने ग्राहकों की भीड़ को निपटाने का प्रयास कर रहे थे। सड़क के किनारे बनी एक कोठी और उसके चारों और बनी लंबी चारदीवारी जिसके मुख्य गेट से एक गाड़ी अंदर प्रवेश करती है जिसके आगे विधायक नाम की पट्टी लगी है। गाड़ी मुख्य भवन के आगे रुकती है और उनका पीए सुरेश गाड़ी का दरवाजा खोलता है