अगली सुबह एक प्यार भरे आवाज़ के साथ और एक प्यार भरे एहसास के साथ अमायरा की नींद खुली। अमायरा ने आंखें खोली तो पाया की कबीर उसके ऊपर ही छाया हुआ था। "गुड मॉर्निंग बर्थडे गर्ल," कबीर ने बड़े प्यार से उसका माथा चूम लिया। अमायरा अपनी आंखे मलते हुए उठ कर बैठ गई। "गुड मॉर्निंग। टाइम क्या हुआ है?" खिड़की पर पर्दों से कोई रोशनी नही आ रही थी जिस वजह से अमायरा को यह एहसास हुआ की अभी बहुत जल्दी ही है। "पाँच बजने वाले हैं।""तोह हम इतनी जल्दी क्यूं उठे हैं?" अमायरा ने उबासी लेते हुए