करीब एक महीने बाद मलखानी हाऊस हिती आज बिल्कुल अच्छे से तैयार होकर नीचे हॉल में आई उसने लॉन्ग कुर्ता जो कि व्हाइट कलर मे था, और ब्लैक जींस पहना हुआ था माथे पर एक छोटी सी बिंदी दाहिने हाथ में वॉच बालों को खुला छोड़ा हुआ था दाएं कंधे पर दुपट्टा वही बाएं कंधे पर उसने अपना बैंग लटकाया हुआ था । हिती ने डाइनिंग टेबल पर बैठे सूरज और गीता की तरफ देखा जोकि रोजाना की तरह निराश बैठे थे इन दोनों के चेहरे पर कोई भाव नहीं था चेहरा मुरझाया हुआ था और आंखें इस तरह ही